tag:blogger.com,1999:blog-3267907923081703459.post4629617981024064332..comments2016-09-28T05:33:24.166-07:00Comments on कोलाहल: राष्ट्रीय देवी दिवस|Dr Alok Ranjanhttp://www.blogger.com/profile/07698682392776246124noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3267907923081703459.post-29554469993431002692014-10-08T00:54:57.948-07:002014-10-08T00:54:57.948-07:00जब मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुका हूँ तो"...जब मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुका हूँ तो"क्षमा बड़ों को चाहिए,छोटन को उत्पात'Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3267907923081703459.post-74354384128280651142012-01-24T07:12:53.368-08:002012-01-24T07:12:53.368-08:00कई सच्चाइयों से रूबरू होता हुआ . अक्षरशः सत्य का ...कई सच्चाइयों से रूबरू होता हुआ . अक्षरशः सत्य का आईना . पर प्रकृति संतुलन बना रही है , हरियाणा के लड़के केरल से बहू ला रहे हैं .<br />पर हम कूप-मण्डूकों को कैसे समझाएँ? थोथा चना बाजे घना.लोग अब समझ कर कम प्रचार सामग्री पढ़ कर ज्यादा संस्कृति के सौदागर हो गये हैंAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/08928212793008107322noreply@blogger.com