सन्यास, साधना ,साधुता ,खोज सत्य की ,झूटे जीवन से मुक्त होने की खोज है /जिसने जान लिया की यहाँ लाभ -हानि बराबर है ,अब वह इस पागलपन में न पड़ेगा /जिसने जान लिया ,आखिर में हिसाब बराबर हो जाता है / हाथ लाई शून्य जैसा ;ऐसा जान लिया जिसने ,वह इस जीवन से मरने को तैयार हो जाता है /वही सन्यास का कदम है वही सन्यस्त होने की शुरुआत है /
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MERE KUCH KALAM,APKE NAMM!